कविता

हाँ हुँ मैं चौकीदार !

सबका अपना है, अलग एक किरदार
हिंद का प्रधान सेवक भी है, चौकिदार

भारत के सियासत में, होता है तकरार
चौकन्ना रहेता है, वतन का चौकीदार

ख़ात्मा होगा, वतन का सारा भ्रष्टाचार
हर एक नागरिक हो, देश में चौकीदार

धूल चाटने लगे है देश के बड़े नामदार
भारतियों के आगे, नाम लगे चौकीदार

मतदान के लिए, सब हो जाना तय्यार
जीत कर आयेगा फिर यही चौकीदार

✍️ राज मालपाणी ’राज’
शोरापुर-कर्नाटक

राज मालपाणी ’राज’

नाम : राज मालपाणी जन्म : २५ / ०५ / १९७३ वृत्ति : व्यवसाय (टेक्स्टायल) मूल निवास : जोधपुर (राजस्थान) वर्तमान निवास : मालपाणी हाउस जैलाल स्ट्रीट,५-१-७३,शोरापुर-५८५२२४ यादगिरी ज़िल्हा ( कर्नाटक ) रूचि : पढ़ना, लिखना, गाने सुनना ईमेल : rajmalpani75@gmail.com मोबाइल : 8792 143 143