गीत/नवगीत

लोकतंत्र

लूट न जाये देश कहीं, दुश्मन के रँगे हांथों में।
लोकतंत्र के सजग प्रहरियों इतना रखो ध्यान में।।
पांच वर्ष की बात नही है, बात है देश के अभिमान की
भूँखा, नंगा कोई नही हो, इज्जत हो सेना और किसान की।
गांव, नगर में खुशहाली हो, ध्यान करो मतदान में।
लोकतंत्र के…………
शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगार सभी हों, स्वावलंबी हर नौजवान हो।
रोटी, कपड़ा, मकान सभी हों, खुशहाल हर किसान हो
थर-थर काँपे देश के दुश्मन, ऐसी ताकत हो विधान में।
लोकतंत्र के…………….
जाती भेद से ऊपर उठकर, हम सब अपना मतदान करें।
सबल सशक्त सरकार बनाएं, ऐसा जनमानस निर्माण करें।
भारत फिर से विश्व गुरु हो, सब संकल्प करें मतदान में।
लोकतंत्र के………………:-लोकतंत्र-:
लूट न जाये देश कहीं, दुश्मन के रँगे हांथों में।
लोकतंत्र के सजग प्रहरियों इतना रखो ध्यान में।।
पांच वर्ष की बात नही है, बात है देश के अभिमान की
भूँखा, नंगा कोई नही हो, इज्जत हो सेना और किसान की।
गांव, नगर में खुशहाली हो, ध्यान करो मतदान में।
लोकतंत्र के…………
शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगार सभी हों, स्वावलंबी हर नौजवान हो।
रोटी, कपड़ा, मकान सभी हों, खुशहाल हर किसान हो
थर-थर काँपे देश के दुश्मन, ऐसी ताकत हो विधान में।
लोकतंत्र के…………….
जाती भेद से ऊपर उठकर, हम सब अपना मतदान करें।
सबल सशक्त सरकार बनाएं, ऐसा जनमानस निर्माण करें।
भारत फिर से विश्व गुरु हो, सब संकल्प करें मतदान में।
लोकतंत्र के………………

*बाल भास्कर मिश्र

पता- बाल भाष्कर मिश्र "भारत" ग्राम व पोस्ट- कल्यानमल , जिला - हरदोई पिन- 241304 मो. 7860455047