दोस्ती
दोस्त एहसानों के कर्ज़ चढ़ा कर भी
ज़िन्दगी को हल्का कर देते है…
रिश्ते वो दिल में बस के
साँसों की जरूरत बन जाते है….
रहते वो हवा की तरह आसपास,
मगर देखो तो कहीं नज़र नही आते
बांधों तो मुट्ठी में कैद, छोड़ो तो भी,
हथेलियों पर मौजूद ही रहते है…
दोस्त एहसानों के कर्ज़ चढ़ा कर भी
ज़िन्दगी को फूल सा हल्का कर देते है ….सुमन”Ruhaani