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अग्रसैन अग्रवाल रचनाकार ग्रुप द्वारा अखिल भारतीय विराट आन लाइन कवि सम्मेलन

आज अग्रसैन अग्रवाल रचनाकार ग्रुप द्वारा एक अखिल भारतीय विराट आन लाइन कवि सम्मेलन संपन्न हुआ कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री जगदीश मित्तल जी ने की मुख्य अतिथि श्री दिनेश गोयल जी आर. के. जी. आई. टी. व अग्रसत्ता के मुख्य संपादक ओमप्रकाश अग्रवाल सानिध्य कवि डॉ प्रतीक गुप्ता, कवि प्रेम निर्मल जी, कवि ओम प्रकाश अग्रवाल बबुआ जी व इस ग्रुप के संस्थापक व कार्यक्रम संयोजक कवि अशोक गोयल रहें l कवि सम्मेलन की शुरआत कवयित्री बीना गोयल ने माँ शारदे की वंदना से की हांस्य कवि प्रतीक गुप्ता ने अपनी हांस्य फुआरों से सभी को गुदगुदाया l
कवि अशोक गोयल ने अपनी रचना को कुछ ऐसे पेश किया -हे प्रभो !मानव ह्रदय को गगन सा विस्तार दे दो, मानवों को मानवों के प्रति असीमित प्यार दे दो l कवयित्री डॉ प्रतिभा गर्ग की काव्य की धुँवाधार शुरूआत ने कार्यक्रम में समा बाँध दिया -स्वप्न हे मेरे अधूरे अनकहें जज्बात है l कवि वासुदेव अग्रवाल नमन ने पढ़ा -रखना पाक इरादे उसने सरहद कर दी मधुशाला l कवयित्री बीना गोयल ने पढ़ा -जगत में प्यार सबसे माँ सदा भरपूर करती है l कवयित्री डॉ रजनी अग्रवाल ने पढ़ा -सुखों को त्याग कर युवती श्रमिक जीवन बिताती है lवरिष्ठ कवि प्रेम निर्मल जी ने पढ़ा -मरता है कोई मरे किसे यहाँ परवाह l कवयित्री डॉ अर्चना गुप्ता ने पढ़ा -हर खुशी पर हक़ तुम्हारा क्यों नहीं l कवि वसंत जमशेद पुरी ने पढ़ा -साथ हो तुम जो मेरे तो रात रानी किस लिए lकवयित्री बबिता अग्रवाल ने पढ़ा -उम्र भर हालात लड़ना पढ़ा l कवयित्री कुसुम अग्रवाल ने पढ़ा -मानो तो जग में सुख है वरना दुःख का धाम l कवयित्री वाणी अग्रवाल ने पढ़ा -पिला अब ओर कुछ साकी l कवि कनिष्ठ अग्रवाल ने पढ़ा जीवन की इस चादर को मैली मत होने देना l कवयित्री नीरज अग्रवाल ने हांस्य कविता से सभी को भाव विभोर कर दिया l डॉ पुष्पा गर्ग ने पढ़ा -अनमोल जिंदगी है मानव जरा संभल डॉ सुचिता अग्रवाल ने पढ़ा -प्रतिमाओं का पूजन करने हम मंदिर को जाते हैं l कवि ओम प्रकाश अग्रवाल बबुआ ने पढ़ा -जग तुम्हारे नेह का दर्पण यदि तकने लगें l कार्यक्रम का सुंदर व सफल संचालन कवि अशोक गोयल ने किया कार्यक्रम में अमेरिका, आसाम, वाराणासी, तिनसुकिया, पिलखुवा, हापुड़, मेरठ, गुरु ग्राम, राजस्थान, दिल्ली, मुम्बई, सिलीगुड़ी,, पश्चिम बंगाल, मुरादाबाद, झारखंड, छतीशगढ़, जमशेदपुर आदि अनेक राज्यों से अनेक कवि व कवयित्री शामिल हुए l