कृत्रिम संकल्प छोड़ो , प्लास्टिक से !
दृढ़ संकल्प ग्रहण करो , प्लास्टिक से !!
धरा पर ढेर लग रहे हैं, प्लास्टिक से !
कृत्रिम पहाड़ बन रहे हैं , प्लास्टिक से !!
जहरीले तत्व फैल रहे हैं, प्लास्टिक से !
स्वच्छ धरा प्रदूषित हुई है,प्लास्टिक से !!
शहरों की नालियां भरी हैं, प्लास्टिक से !
गांवो की गलियां भरी हैं, प्लास्टिक से !!
पशुओं के पेट भर गए हैं,प्लास्टिक से !
पशु बे मौत मर रहे हैं , प्लास्टिक से !!
नदियों के किनारे ढके हैं ,प्लास्टिक से !
नदियों के रास्ते अवरोध हैं ,प्लास्टिक से !!
पशुओं का जीवन बचाओ,प्लास्टिक से !
नदियों का जल बचाओ , प्लास्टिक से !!
कृत्रिम संकल्प छोड़ो , प्लास्टिक से !
दृढ़ संकल्प ग्रहण करो , प्लास्टिक से !!
✍🏻 कुमार जितेन्द्र “जीत”