भजन/भावगीत

जय- जय – जय बाबा केदार

दिव्य हिमालय में धाम तुम्हारा
केदार बाबा सबके रक्षक हो,
द्वादशज्योतिर्लिंग में श्री केदारनाथ
जय- जय – जय हो बाबा केदार।

देवों में तुम महादेव हो बाबा
भक्तों के तुम कष्ट हरते हो ,
जो भक्त केदारेश्वर धाम पर आता
उसकी मनोकामना पूरी करते हो।

तन पर भस्म रमाये हो बाबा
कर में त्रिशूल डमरू धारी हो,
जल धारा बाबा तुम्हें अति प्रिय है
सरस्वती व मंदाकिनी के मध्य में हो।

केदार बाबा तुम देवाधिदेव हो
भारत माता को समृद्धि देना,
प्रगति पथ पर भारत आगे बढ़े
बाबा हम सबको सद् बुद्धि देना।

कृपा दृष्टि रखना श्री केदारनाथ
तुमसे ही यह जीवन पाया है ,
चलती रहे श्वासों की माला
केदारेश्वर के चरणों में नमन।

कालों के तुम महाकाल हो बाबा
जगत कल्याण के लिये गरल पिया ,
इतनी करुणा करना केदारनाथ
हर श्वास में तुम्हारा ही सुमिरन हो।

— कालिका प्रसाद सेमवाल

कालिका प्रसाद सेमवाल

प्रवक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, रतूडा़, रुद्रप्रयाग ( उत्तराखण्ड) पिन 246171