इजरायल की शानदार टेक्नोलॉजी
पहले इसराइल में जो आयरन डोम सिस्टम था उसमें प्रोजेक्टाइल मिसाइल होते थे और एक सेंसर के द्वारा जब उन्हें पता चलता था कि कोई मिसाइल या कोई रोकेट आ रहा है तो वह फायर होकर हमला करते थे
यह प्रणाली बेहद खर्चीली थी एक मिसाइल लाखों करोड़ों रुपए की आती थी और ऊपर से यह प्रणाली सिर्फ 40% ही सटीक होती थी और यदि बहुत सारे रोकेट या मिसाइल एक साथ आये तब यह प्रणाली बेकार साबित होती थी और 7 अक्टूबर 2023 को सबने देखा भी क्योंकि एक साथ हजारों की संख्या में जब रॉकेट फायर हुए तब यह प्रणाली कंफ्यूज हो गई और वापस रीलोड भी नहीं हो पाया
मात्र कुछ ही महीनो में इजरायल ने रिसर्च करके एक लेजर बीम आयरन डोम सिस्टम बना दिया जो बिल्कुल भी खर्चीली नहीं है यह कोई रोकेट या प्रोजेक्टाइल या मिसाइल फ़ायर नहीं करती बल्कि इतनी खतरनाक लेजर बीम उस प्रोजेक्टाइल पर फेंकती है जिससे वह प्रोजेक्टाइल हवा में ही नष्ट हो जाता है और चाहे सैकड़ो हजारों की संख्या में भी मिसाइल या रॉकेट फायर हो तभी यह सिस्टम सटीक काम करता है
इसराइल ने जब यह सिस्टम बनाया था तो दुनिया के तमाम देश मजाक उड़ा रहे थे लेकिन ईरान के हमले में इस सिस्टम की टेस्टिंग हो गई और भारत सहित दुनिया के तमाम देश अब इस सिस्टम में दिलचस्पी दिखा रहे हैं
जितने भी आतंकवादी देश हैं , वोह भूतकाल में जी रहे हैं . उन के दिमागों में अभी भी वोह ही घोड़े पर सवार हो कर काफिरों का नाश करने का भूसा भरा पढ़ा है . सिवाए कुछ अर्ब देशों के सभी इस्लामिक देश भूख से जूझ रहे हैं . जो अछे लोग हैं वोह एक्स मुस्लिम हो रहे हैं . एक करोड़ की आबादी वाला इजराईल ५७ इस्लामिक देशों पर भारी पढ़ रहा है .