कविता

प्रातः समय जग जाओ.

सूर्य उदय हो जैसे ही लोगों सूरज को   नमस्कार करो

प्रकृति से सीखना चाहिए हमे कि कैसे परोपकार करो

जीवन कैसे जीना विवेकानंद जी से सीखना होगा

बार बार करके प्रयास अंतिम लक्ष्य  जीतना होगा

धैर्य रखो जीवन मे अपने  थोड़ा समय      ध्यान करो

सच्चे मन से प्रभु को सुमिरो दुनिया मे कुछ नाम करो

जीवन को अपने अनुशासित तुम्हे ही बनाना होगा

रुकना नही भटकना नही आगे बढ़ते   जाना होगा

योग करो व्यायाम करो स्वस्थ रहो लोगो

प्रातः समय जग जाओ   मस्त रहो लोगो 

— शिवेश हरसूदी

शिवेश हरसूदी

खिरकिया, जिला हरदा (म.प्र.) मो. 8109087918, 7999030310