राजनीति

हर घर तिरंगा

तिरंगा के बारे में ख्याल आते ही मेरे मन में उन सभी शहीदों का तस्वीर औचक दृश्यमान होने लगता है जो देश के लिए अपना सर्वस्व दाव पर लगा दिए उनमें मुझे नाम नही केवल शहीद दिखते है वैसे भी मुझे कुछ ही शहीदो के नाम याद है पर देश के लिए अधिकांश गुमनाम रहते शहीद हो गए हैं साथ ही फौजी भाइयों के लिए भी श्रद्धा पुनः पैदा हो जाता हैं जो आज भी देश के लिए शहीद हो जाने को तैयार हैं इसीलिए कहीं भी लहराते हुए तिरंगे देखकर नतमस्तक हो जाने तथा सैल्यूट करने को मन करता है।हमारे सैनिक तिरंगे कि शान के लिए अपना जान कुर्बान कर देते हैं हम अपना बलिदान नहीं दे सकते इसलिए मेरे जीवन में तिरंगे का बहुत महत्व है।तिरंगे मेरे लिए शान है तिरंगे का अपमान मतलब  देश के शहीदो व फौजी भाइयो का अपमान समझता हूँ।

हमारे देश के प्रधानमंत्री ने तिरंगे को वर्तमान से कनेक्ट कर सरकार का विजन बताया जो मेरे को बहुत अच्छा लगा शायद आपको भी लगे,उनका सोच साझा कर रहा हूँ ।तिरंगे को भविष्य के काम की प्रेरणा बताते हुए कहा हम समृद्धि की ऊंचाई को छूना चाहते हैं, इसलिए तिरंगा झंडा ही हमारे आगे के काम की प्रेरणा है,आपको लगेगा कि  तिरंगे झंडे की बात क्यों बता रहा है । मैं जरा समझाता हूं देखिये हमारा तिरंगा तीन मुख्य रंगों से बना है।केसरिया, सफेद, हरा और बीच में नीले रंग का और अशोक चक्र को मिला चार हो गये तथा पांचवां मजबूत डंडा है, जिस पर तिरंगा झंडा लहराता है … पांच चीजें हैं ।’इन पांचों को लेकर हम देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं एक हम केसरिया क्रान्ति करना चाहते हैं और जब मैं केसरिया क्रान्ति कहता हूं तो केसरिया रंग ऊर्जा का रंग है ।देश में ऊर्जा की क्रान्ति चाहिए चाहे कोयले से हो, पानी से हो, हवा से हो या सूरज की गर्मी से हो, ऊर्जा के क्षेत्र में देश को बहुत आगे बढ़ना है । केसरिया रंग हमें उर्जा क्रान्ति की प्रेरणा देता है ।उन्होंने कहा सफेद रंग हमें श्वेत क्रान्ति का संदेश देता है । दूध की क्रान्ति … चीनी … इन सारे क्षेत्रों में नयी क्रान्ति की प्रेरणा देता है । तीसरा हरा रंग है जो ग्रीन रिवोल्यूशन हरित क्रान्ति की प्रेरणा देता है । कृषि क्रान्ति की प्रेरणा देता है । कृषि क्रान्ति अब आधुनिकता वाली वैल्यू एडिशन वाली हो, उसको हम बल देना चाहते हैं ।चौथा रंग है नीला यानी ब्लू रिवोल्यूशन। मछुआरे भाई बहन … पानी की ताकत, हमारे समुद्र तट की ताकत, नदियों की ताकत, इसको हम बल देकर देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं ।उन्होंने कहा, और यह झंडा आसमान में कब लहरायेगा, जब डंडा मजबूत होगा । मेरे लिये डंडे का मतलब है इन्फ्रास्ट्रक्चर … जो इतना मजबूत हो कि दुनिया को तिरंगा दिखायी दे ।उन्होंने कहा,रोड, हवाई मार्ग, रेलवे, गैस पाइपलाइन, पानी का इन्फ्रास्ट्रक्चर … हर प्रकार से ये डंडा आधुनिक भारत की पहचान है ।ये पंचपथ पर .इसी तिरंगे झंडे से प्रेरणा लेकर हम देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं ।

भारत एक विविधताओं से भरा हुआ देश है, जहां विभिन्न संस्कृतियाँ, धर्म और भाषाएँ एक साथ मिलकर रहते है विविधता के बावजूद, हमें एक चीज़ जोड़ती है, वह है हमारा तिरंगा ।हर घर तिरंगा’ अभियान इसी एकता और राष्ट्रीय गौरव को मज़बूती प्रदान करने का एक प्रयास है।इस आंदोलन का लक्ष्य पुरे भारतीयों को तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करना  स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित व सेनानियों को सम्मानित करना जिससे उनकी विरासत याद रहे,आजादी का महत्व का पता चले देशप्रेम गहरा हो और राष्ट्रीय अखंडता को बल मिले। हम सब एकजुट होकर किसी भी पहल में भाग लेते हैं, तो हम राष्ट्र को एक नए ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं। इस अभियान ने भारतवासियों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया हैं ।राष्ट्र के प्रति समर्पण और सम्मान का प्रतीक बन गया, और इसने देश के हर नागरिक को यह अनुभव कराया कि तिरंगा केवल एक ध्वज नहीं, बल्कि हमारे देश की पहचान और हमारे आत्मसम्मान का प्रतीक है।

— त्रिभुवन लाल साहू

त्रिभुवन लाल साहू

बोड़सरा,जाँजगिर ,छत्तीसगढ़ सेवा:जूनियर इंजीनयर,,स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड,,भिलाई,,छत्तीसगढ़

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