लक्ष्य की ओर
मन में लक्ष्य हो ऊँचा, डग में आत्मविश्वास,
हर कदम में हो संकल्प, न हो कोई विश्राम।
सपनों की न सही सीमाएँ, खुद की हो पहचान,
आगे बढ़ते चलो, पाओगे सफलता का गान।
जो दिल में चाहत हो, वही रास्ता बने,
हिम्मत से हर मुश्किल, आसान हो जाए।
लक्ष्य पाने की राह पर, ना रुकें, ना थमें,
सपने सच होंगे, बस विश्वास कभी न कम हो।
— डॉ. आकांक्षा रुपा चचरा