कहानी – तेरे आने की जब ख़बर महके
रात के दस बजे सुमन की आँखों मे नींद कोसों दुर थी. ऊँगली के पोरों पर गिनकर दिन कट रहे थे
Read Moreरात के दस बजे सुमन की आँखों मे नींद कोसों दुर थी. ऊँगली के पोरों पर गिनकर दिन कट रहे थे
Read Moreरात के ग्यारह बज रहा होगा , सिरहाने तकिये के पास रखा मोबाइल बज उठा, नींद मे अधखुली आँखों से मैंने देखा
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