एहसास जुड़े
आज नये कुछ अहसास मन के किसी कोने में खुद के होने का अहसास खोया हुआ था कहीं आज हुआ
Read Moreआज नये कुछ अहसास मन के किसी कोने में खुद के होने का अहसास खोया हुआ था कहीं आज हुआ
Read Moreउम्र हम पर हावी नहीं हो सकती क्योंकि ये चालिस का दौर है बालों की हल्की सफैदी छिपा लेगें कानों
Read Moreखुद लड़ना सीख लिया है ********************* खुद लड़ना सीख लिया है तेरी ओट से निकलकर तनाव मन पर भारी है
Read Moreमुझे नींद क्यों नहीं आती। अक्सर देर रात तक थिरकती है अंगुलियाँ मोबाईल की दुनिया में उचट जाती है फिर
Read Moreदौड़ रही है जिन्दगी रोटी की जद्दोजहद में। कुछ निस्तेज चेहरे बस सड़कों पर दौड़ने का उद्देश्य लिये । तो
Read Moreएक रोज खोज रही थी खुद को पाया कभी तुम्हारे कान्धें की नीचे तुम्हारे सर को दिये सराहा तो कभी
Read Moreसर्दियों की शाम खिड़की के पास बैठकर काफी पीना उसका पंसदिदा शौक था, हमेशा वह इसी तरह बाहर के नजारे
Read Moreपी ही हूँ गरल की तरह कर आत्मा का हनन बरस रहा है आज फिर आसमां से पानी में मिला
Read More