तुम्हीं बताओ
उसकी बंदिश में कब तक रहता तुम्हीं बताओ, मैं उसके जुल्म कब तक सहता तुम्हीं बताओ! जहर पीता रहा मैं
Read Moreउसकी बंदिश में कब तक रहता तुम्हीं बताओ, मैं उसके जुल्म कब तक सहता तुम्हीं बताओ! जहर पीता रहा मैं
Read Moreतुम ने गज़ब रचा संसार, चहुंओर मचा है हाहाकार, वाह रे ठाकुर जी………..! बेबसी का लगा हुआ अंबार, खोया अपनापन
Read Moreयूँ तो सत्तासीन पार्टी जब से सत्ता पर काबिज हुई है कुछ ना कुछ तूफानी ही करती आई है। लेकिन
Read Moreआया पार्थिव शहीद का,दरो-दीवार खिड़कियाँ रोईं, सगे,संबधी,दोस्त,माँ,बहन,पत्नी और बेटियाँ रोईं। वतन पे मिटने वाले अपने लाल पर गर्वित थे सभी
Read Moreअपनेपन का हिसाब भी वो बेहिसाब दे गयी चंद खुशियाँ दीं लेकिन गम लाज़वाब दे गयीI साथ-साथ जीने मरने के
Read Moreचिट्ठी ना कोई संदेश, इस दिल को लगा के ठेस कहाँ तुम चले गए….? हर दिल अजीज, उम्दा अभिनेता सुशांत
Read Moreजिंदगी जिंदाबाद है फिर मरने की बात क्यों करते हो ऐ! कायरों की तरह आसूं की बरसात क्यों करते हो!
Read Moreबात जून सन् 1999 की है जब देश में कारगिल की जंग छिड़ी हुई थी। उस समय डाकिया रामखेलावन काका
Read Moreकुछ इस तरह से लाकडाउन का मजा लीजिए रुठी है यदि महबूबा तो चुपचाप मना लीजिए! घास मिलती है गले,
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