” ————————— लेकर मद के प्याले ” !!
आंखों में क्यों प्रश्न उभरते , लगे हंसी पे ताले ! कब तक देंगें कठिन परीक्षा , खुशी चाहने
Read Moreआंखों में क्यों प्रश्न उभरते , लगे हंसी पे ताले ! कब तक देंगें कठिन परीक्षा , खुशी चाहने
Read Moreसिर पर है फूलों का ताज ! गहरी आंखें , डूब न जाना ! अधर जानते , राज़ छुपाना
Read Moreभाग दौड़ एहसास थकन का , पल पल लगे थके से ! तुमने दी दरवाजे दस्तक , रह गए हम ठगे से
Read More” हमने दिल हारा ” !! ये अदा है , या इशारा !! नख शिख तक , बांकपन ऐसा !
Read Moreहैं गुलाब तन वदन खिले हैं , औ अंदाज़ निराला ! लगे नशे में डूबे से हम , हमें मिली
Read More” ———– सफ़र अभी बाक़ी है ” !! हंसी अभी साथी है , सफ़र अभी बाकी है !! टेढ़ी मेढ़ी
Read Moreहंसी तुम्हारी रहे खनकती , शरमाओ ना ऐसे ! गुल गुलजार सभी कायल हैं , रूप सरसता ऐसे !! भुजदंडों
Read Moreखुशियों की सरगम बाजी है , पंख लगा उड़ जाऊँ ! मुस्कानें तैरी अधरों पर , कैसे इन्हें छिपाऊँ !!
Read Moreहँसकर तुमने लूट लिया है , हम तो गये ठगे से ! मुस्कानों के इस जादू में , सपने
Read Moreतन से लिपटे , वसन कह रहे ! नयनों में कुछ भाव बह रहे ! तपते दिन ने आग उगल
Read More