” ————————– मनुहार यहां है ” !!
आंखों में तकरार यहां है ! आंखों में मनुहार यहां है !! दुनिया से टकरा जायें हम , आंखों
Read Moreआंखों में तकरार यहां है ! आंखों में मनुहार यहां है !! दुनिया से टकरा जायें हम , आंखों
Read Moreगालियां देकर हमें , चिंतन दिखाते हो ! खुद देख लो हमें क्या , दर्पण दिखाते हो !! चढ़
Read Moreश्वांस श्वांस में घुला जहर है , जीना है दुश्वार ! यहां प्रकृति का आँचल ही , करता है
Read Moreबड़े लुभावन लगते हो तुम ! पल पल लगता ठगते हो तुम !! हंसने के अंदाज़ निराले , आंखों
Read Moreहैं कहाँ पर हम खड़े , सबको पता है ! ताजपोशी हो रही , सबको पता है !! जो
Read Moreतुम हंस दिये अगर तो , चमन खिलखिला दिया ! बल खा के बढ़ चले तो , नया सिलसिला
Read Moreऐक झलक पाने को तरसे ,छिपे चाँद के जैसे ! गन्ध संदली कैसे भूलें , मधुवन को हम तरसे
Read Moreहै किताब में ज्ञान यही बस , करें सृजन कुछ अच्छा ! मैने भी कुछ ठान लिया है ,
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