कविता दीपक तिवारी "दीप" 01/02/2020 आखिर कब तक आखिर कब तक आधी आबादी को यूँ लाचार होकर जीना पडेगा घर आने में बच्चियों को जरा देर हो जाने Read More
कविता दीपक तिवारी "दीप" 01/02/2020 हौसला जीवन की बंजर धरती में उम्मीदें उग आयेंगी रहा यही हौसला तो मुश्किलें भी डर जायेंगी हार से न घबरायेंगे Read More
कविता दीपक तिवारी "दीप" 01/02/2020 नदियाँ नदियाँ, नदियाँ, नदियाँ क्यों दम तोड़ रही हैं आज नदियाँ लडते-लडते हार गयीं हैं बन गयी हैं नालियाँ नदियाँ…… कल Read More