अधूरी कहानी: अध्याय-9: दो साल पहले
समीर अपने असिस्टेन्ड सूरज के साथ नियत टाइम पर पहुँच गया डिटेक्टीव करन ने उनका स्वागत किया और अपने सरवेन्ट
Read Moreसमीर अपने असिस्टेन्ड सूरज के साथ नियत टाइम पर पहुँच गया डिटेक्टीव करन ने उनका स्वागत किया और अपने सरवेन्ट
Read Moreडिटेक्टिव समीर गोल्फ खेल रहा था रोज की थकान के लिये यह एक बेहतर तरीका है उसने शाॅट मारा बाॅल
Read Moreपानी की कीमत का अंदाजा नहीं लगा पा रहे भारत के लोगों ने अगर पानी का मोल जल्द ही नहीं
Read Moreमैं शब्दो के जरिए संझेप में कहना चाहूँगा कि ऐसा कोई भी समाज नहीं जहाँ प्यार न हो, दुनिया में कोई ऐसी जगह नहीं जहाँ प्यार न हो. प्यार का मतलब
Read Moreबहुत प्यार करते हैं तुमको वतन बहुत खूबसूरत है ये अपना चमन दक्षिण में सागर है उत्तर हिमालय गगन चूमते
Read Moreतेरी बातें वो, मुलाकाते वो, तेरे वादों की हसीं रातें वो अपने पलकों की छाँव में रहने दो कोई कुछ
Read Moreवीरू तेजा, उम्र पच्चीस के आसपास, स्टाइलिस अपने बैड पर लेटा हुआ था वह इधर-उधर करवट बदल रहा था इससे
Read Moreडिटेक्टीव समीर और उसके कुछ साथी कैफे में बैठे हुए थे तथा किसी गंभीर समस्या पर बात कर रहे थे
Read Moreबाहर एक काॅलोनी के प्लेग्राउंड में बच्चे खेल रहे थे तभी अचानक उनके बीच से तेज आवाज में सायरन बजते
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