गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 27/06/2018 ग़ज़ल हम नहीं डरते तिमिर के ज़ोर से, अन्ततः हम जा मिलेंगे भोर से। आपकी निष्ठा अभी संदिग्ध है, सच बताएं Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/2017 ग़ज़ल तल्ख़ रिश्ता सुधार लेते काश , बोझ दिल का उतार लेते काश | तुमसे जब रूठकर चला था मैं , Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/2017 ग़ज़ल दिल वहीं छोड़कर चले आये , रूठकर हाँ मगर चले आये | हमको बाज़ार मुहँ चिढ़ाता था , जेब खाली Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/2017 ग़ज़ल नज़र खुद से मिलाने में पसीने छूट जाते हैं , खुदी को आजमाने में पसीने छूट जाते हैं | हमारी Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/2017 ग़ज़ल मखमली अहसास बस जीवित रहे , प्यार का विश्वास बस जीवित रहे | चाँद-तारे सब मिलेंगे आपको , शर्त है आकाश Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/201711/06/2017 ग़ज़ल न्याय की अवमानना पर गौर हो , अब हमारी प्रार्थना पर गौर हो | खिड़कियाँ अब सोच की मत बंद Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/201711/06/2017 ग़ज़ल मान घटता है प्यार जाता है , मांगने से मेयार जाता है | प्यार करता है वो मुझे शायद , Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/201706/06/2017 ग़ज़ल एक लम्हा गुजार कर आये , या कि सदियों को पार कर आये | जीत के सब थे दावेदार मगर Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/2017 ग़ज़ल एक झूठी मुस्कुराह्ट को खुशी कहते रहे , सिर्फ़ जीने भर को हम क्यों ज़िन्दगी कहते रहे | लोग प्यासे Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/2017 ग़ज़ल ख़्वाहिश-ए-दिल हज़ार बार मरे , पर न इक बार भी किरदार मरे | प्यार गुलशन करे है दोनो से , Read More