गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/2017 ग़ज़ल ये विषय है नहीं सिर्फ उपहास का , कुछ तो उपचार हो युग के संत्रास का | वृक्ष अब बाँटने लग Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/2017 ग़ज़ल बताऊँ कैसे तुम्हें क्या है अपना हाल मियाँ , यहाँ तो जिंदगी ही बन गयी सवाल मियाँ | बड़ा है शोर Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/2017 ग़ज़ल सूखते ज़ख्म को हरा मत कर , देखकर मुझको यूँ हँसा मत कर | बेवजह मुश्किलें खड़ी होंगी , फ्रेम तस्वीर से Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 06/06/2017 ग़ज़ल दूरियां इस कदर बड़ी मत कर , बीच अपने अना खड़ी मत कर | पल दो पल को ज़रा ठहर भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 03/06/2017 ग़ज़ल – 2 क्यों उपेक्षित हैं हमारी प्रार्थनाएं देवता इस प्रश्न का उत्तर बताएँ आपको उनसे निराशा ही मिलेगी मत तलाशें इस कदर Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. दिनेश त्रिपाठी "शम्स" 03/06/2017 ग़ज़ल – 1 हम नहीं डरते तिमिर के ज़ोर से, अन्ततः हम जा मिलेंगे भोर से। आपकी निष्ठा अभी संदिग्ध है, सच बताएं Read More