तितली और फूल
तितलियां अठखेलियां करतीभ्रमर गुंजार करते हैंपराग – कण चखने के लिएफूलों पर मंडराते हैं ।फूल – महकाते हैं जीवनसहजीवी पर
Read Moreतितलियां अठखेलियां करतीभ्रमर गुंजार करते हैंपराग – कण चखने के लिएफूलों पर मंडराते हैं ।फूल – महकाते हैं जीवनसहजीवी पर
Read Moreप्रकृति की पुकारमुझे दो दुलारन करो मेरा संहार ।मैं सदा देती हूंतुम पर उपहार लुटाती हूंसंसाधनों की संपत्ति सेतुम्हें मालामाल
Read Moreकुछ अधूरे ख्वाब हैंदिल के कुछ अरमान हैरिश्ते भी साथ हैकौन अपना या पराया ?क्या सही या ग़लत ?यह न
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