गीतिका/ग़ज़ल हर्ष महाजन 'हर्ष' 27/06/2021 ग़ज़ल इक बावफ़ा मुहब्बत बदनाम करते करते, कब तक कोई जियेगा सरे-आम करते-करते । वो आइना बना है दुश्मन सा इस Read More
गीतिका/ग़ज़ल हर्ष महाजन 'हर्ष' 27/06/2021 ग़ज़ल अपनी कोई भी पुरानी चीज़ उठाकर देखिये, लुत्फ कितना आएगा बस आज़माकर देखिये । ज़िन्दगी में रंग कितने यूँ समझ Read More