गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 30/05/202430/05/2024 ग़ज़ल क्या ये दस्तूर है बस दोस्त या प्यारे जाएं,उनकी महफ़िल में कभी हम भी पुकारे जाएं। और नखरे सहे कैसे Read More
मुक्तक/दोहा इंदु मिश्रा 'किरण' 03/01/202403/01/2024 मुक्तक ख़ुदा करे कि हर एक होंठ पर मुस्कान हो जाए,नए इस साल में हर मसअला आसान हो जाए।मिले सुख-शांति ,सफ़लता Read More
समाचार इंदु मिश्रा 'किरण' 01/03/202201/03/2022 मुशायरे का भव्य आयोजन दिनांक 26 फरवरी, शनिवार शाम 4बजे पिंकिश फाउंडेशन के स्वरा मंच पर ‘मुहब्बत के रंग’ मुशायरे का भव्य आयोजन किया Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 05/11/202105/11/2021 ग़ज़ल बात दिल की बता गईं आँखें ख़्वाब कितने दिखा गईं आँखें। दिल में जब भी ग़ुबार उठ्ठा है आँसुओं से Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 04/10/202105/10/2021 ग़ज़ल मत दिखा आँखों को सपना ज़िंदगी खो गया सारा ही मौका ज़िंदगी । जानती हूँ तेरे हर्बे मैं सभी अब Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 04/10/202105/10/2021 ग़ज़ल ज़िंदगी, तुझको तमाशा नहीं होने देते अब किसी खौफ़ का साया नहीं होने देते । आइने सच की गवाही ही Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 04/09/202104/09/2021 ग़ज़ल ज़रा-ज़रा -सा सुकूँ दिल को जब भी आता है मेरे ख़याल का पैकर ही मुस्कुराता है । अगर है इश्क़ Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 04/09/202104/09/2021 ग़ज़ल फ़िज़ा दिल की रंगत उड़ा ले गई, गई रात मेरी बला ले गयी । बहुत आरज़ू थी कि बरसे घटा, Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 05/08/202105/08/2021 ग़ज़ल रहनुमा बनके जो मंज़िल का पता देते हैं राह काँटों भरी वो मुझको दिखा देते हैं कैसे कर लूँ मैं Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 05/08/202105/08/2021 ग़ज़ल मौत से आँखें मिलाकर देखिए ज़िंदगी को फिर हँसाकर देखिए हो ही जायेगा कोई अपना यहाँ प्यार तो सब पर Read More