वृद्धाश्रम पहुंचे एक दम्पति का दुख
ना जाने कितने सपनों को जोडा, ना जाने कितने सपनों को तोडा, तब जाकर एक आशियां बनाया था ! नन्हें
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Read Moreजब हवाये संदेश नहीं ले जाती तुम तक पैगाम नहीं पहुचाती ! गुस्सा आता है बहुत मुझे जब तुम्हे मेरे
Read Moreदेश के वीरों की गाथा तुमको आज सुनानी है, याद करो फ़िर से शहीदो की कुर्वानी है ! एक वीर
Read Moreरात को बच्चे वह देख लेते हैं जो उन्हें नहीं देखना चाहिए ! सोनल यानी चिंटू अब 5 साल का
Read Moreकुछ लोग इस लेख को गलत लेगे लेकिन उनसे अनुरोध है कि अगर हिंदुओ को बचाना है तो उनके दुआरा
Read Moreमुश्किलें लाख सही डगर कठिन ही सही आसान भले ना हो चलना लेकिन चलना पडेगा ही दर्द भी होगा, ज़ख्म
Read Moreलड़का अधिकारी था, मां-बाप के रंग-ढंग बदल गये थे ! शादी के लिये लड़के की बोलिया लगने लगी थी, जो 40 लाख
Read Moreजिए जा रहे हैं उसके लिए कैसे मानलें वो अब नहीं ये फ़िज़ाएं, लहराती हवाएं करवट बदल खिलती कलियाँ बार-बार
Read Moreबाहर हैं तो अभी सीधा घर जाइये घर जाकर टी.वी. में आग लगाइये सभी जाति -धर्म के लोग दिखाई देगें
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