कविता कार्तिकेय त्रिपाठी 20/06/2018 कविता – अनुत्तरित ईश्वर धरती की कोख में , उपजता है अनाज, प्राकृतिक आपदाओं, पानी, धूप, हवा, और वन्य जीवों से, अपने आप को Read More