क्या क्या दिखाऊ क्या क्या छुपाऊ
कई आगें सुलग रही सीने में कौन सी बुझाऊ कई दर्द छुपे सीने में कौन कौन सी दिखाऊ! गमों में
Read Moreकई आगें सुलग रही सीने में कौन सी बुझाऊ कई दर्द छुपे सीने में कौन कौन सी दिखाऊ! गमों में
Read Moreतुम जो नहीं मेरी जिन्दग़ी में साँसो की डोर है कि टूटने का नाम नहीं लेती तेरे दीदार को आँखे
Read Moreमुझे ये निकाह कबूल है मुझे तुम्हारा साथ कबूल है मुझे तुम्हारी पाबंदियाँ कबूल है मुझे जमाने की रूसवाइयां
Read Moreवो ख्व़ाब ही क्या जो अधुरे ना रहे अगर पूरी हो जाती तो इन्हें ख्वाहिशों का नाम ना मिलता !
Read More