“गीतिका”
कहाँ किसी से कहा कहीं है नहीं किसी की जुबा सही है अधर अधर को चखा रहें है न दूध
Read Moreनम्रता को सरकारी नौकरी मिली तो परिवार खुशियों से झूम उठा। स्वाभाविक है नम्रता के अरमान फलने फूलने लगे और
Read Moreजय जय सीताराम, नाम जप लो अनुसारी। रटती रसना नाम, सियापति अवध बिहारी।। राधे राधे श्याम, गीर धरि नख गिरधारी।
Read Moreरे माँ तेरे चरणों में, सगरो तीरथ सुरधामा करुणाकारी आँचल में, मोहक ममता अभिरामा॥ सुख की सरिता लहराती, तेरे नैनों
Read Moreनैना नाम है इस गिलहरी का जो पैदा तो बड़े से जंगल के किनारे की झाड़ियों में हुई और फुदकना
Read Moreमन में चाह जगाइए देश हो खुशहाल सीमा चौकी वीर जवान सदा रहे निहाल। कहीं से कोई बैरी गैरी नहिं
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