गीतिका/ग़ज़ल डॉ. महेन्द्र अग्रवाल 01/02/202515/01/2025 ग़ज़ल जान अपनों से बचाई हैये अभी तक की कमाई हैमैं मुक़ाबिल हो नहीं सकताआपने तक़दीर पाई हैवो बड़े सर्जन किया Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. महेन्द्र अग्रवाल 15/01/202515/01/2025 ग़ज़ल ख़्वाब आए हैं चलो आमद हुईकामना रह-रह मेरी गदगद हुईमांग उट्ठी है बनेगा हाइवेयार हर उम्मीद अब बरगद हुईआपको अब Read More