ईश्वर के सत्यस्वरूप और ज्ञान का प्रकाश सर्वप्रथम वेदों द्वारा किया गया
ओ३म् संसार की अधिकांश जनसंख्या ईश्वर के अस्तित्व को स्वीकार करती है। बहुत बड़े–बड़े वैज्ञानिक भी किसी न किसी रूप
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Read Moreओ३म् हम मनुष्य है और अपनी बुद्धि व ज्ञान का उपयोग कर हम सत्य और असत्य का निर्णय करने में
Read Moreओ३म् ऋषि दयानन्द के सत्यार्थप्रकाश के सातवें समुल्लास में वर्णित वचनों के आधार पर ईश्वर के अस्तित्व विषयक विचारों को
Read Moreओ३म् एक साधारण मनुष्य भी सत्य को धारण कर महान कार्यों को करके यशस्वी बनने सहित समाज में मान-सम्मान पा
Read Moreओ३म् अनेक शताब्दियों से भारत मे महिलाओं द्वारा हरियाली तीज का पर्व को मनाने की परम्परा है। प्रत्येक श्रावण मास
Read Moreओ३म् ईश्वर, वेद और ऋषि दयानन्द भक्त महात्मा हंसराज जी और महात्मा आनन्द स्वामी जी का जीवन मानवजाति के उपकार
Read Moreओ३म् युवक व युवतियों के वैदिक विधि से विवाह होने से पति व पत्नी गृहस्थी कहलाते हैं। विवाह के बाद
Read Moreओ३म् मनुष्य एक चेतन प्राणी है। चेतन प्राणी होने से प्रत्येक मनुष्य व इतर प्राणियों के शरीर में एक जैसी
Read Moreओ३म् –आज 23 जुलाई को हरियाली तीज पर्व पर- अनेक शताब्दियों से भारत मे महिलाओं द्वारा हरियाली तीज का पर्व
Read Moreओ३म् महात्मा हंसराज एवं महात्मा आनन्द स्वामी का धर्म रक्षा का उत्कृष्ट उदाहरण देश के इतिहास में सन् 1921 में
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