मुक्तक/दोहा मनोहर मनु "गुनावी" 04/01/2020 मुक्तक दर्द की शिद्दत का ये आलम रहा उम्र भर तड़पाया फिर भी कम रहा आंसुओं से लिख दिया था जिस Read More
गीतिका/ग़ज़ल मनोहर मनु "गुनावी" 04/01/202004/01/2020 ग़ज़ल हर इक क़दम पे भुलावे की चाल देता हूं बुरा हो वक़्त तो हंस कर निकाल देता हूं कभी भी Read More