मंज़िल
कभी कभी अजीब सा समां लगता है सभी हैं , पर जाने क्यों सूना सूना यह जहां लगता है यूं
Read Moreजब से मिला हु तुमसेे जगी है दिल में एक आस जाने कब होगा फिर मिलना मैं क्यों न हूँ
Read Moreगर मैं कहूँ तुम चले जाओ तो सच में न चले जाना क्योंकि तुम्हारा जाना मेरी धड़कन का थम जाना
Read Moreपिछले दिनों दिल्ली की राजनीति में एक हड़कंप सा मच गया है। यह हड़कंप सिर्फ इसलिए है की माननीय किरन
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