कविता – सच्चा दोस्त
परिवेश में , क्या-क्या नही बदला । हवा, पानी, पड़ौसी , मगर आपका मिजाज नही बदला । वो भी कभी
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Read Moreफूलों को ह्रदय से लगाना,शूलों से फिर क्या घबराना। रीत सनातन इस जीवन की,सुख-दुःख का है आना-जाना।।1।। सुख का स्वागत
Read Moreकहो कबीरा , इस जीवन में, सच पर ऐसा रोना कैसा । कहो कबीरा ………………..।। किसकी चैखट, किसकी खिड़की ,
Read Moreजिंदगी गुजर गई वक्त हाथ से गया । अपने गैर यूँ हुए , रक्त हाथ से गया ।। भाव के
Read Moreहिन्दी तो बस हिन्दी है । मां के सिर की बिन्दी है ।। उर्दु, अरबी या फिर चीनी, अंग्रेजी हो
Read Moreखिलखिलाती हंसती जाती, गीत गति के गढ़ती जाती । अनेक विधाएं अदब की इसमें, और हमेशा बढ़ती जाती ।। देषी-विदेशी
Read Moreआओ निरंतर पथ चले और, मंजिल का हम वरण करें। पथ की बाधाओं, कांटो का, पौरुष के बल दमन करें।।1।।
Read Moreथार ही बस थार है, कि जिंदगी खुमार है। जिंदगी के मायने क्या, हमें जमीं से प्यार है।।1।। तीज, बीज,
Read Moreमेहनतकश मतवालों की यहां, नहीं रहेगी मुट्ठी खाली। तम का तख्त बदल देंगे हम, पूरब में फिर होगी लाली।।1।। चल
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