काल – चक्र
अपनी बढ़ती स्वार्थवृत्ति पर लगा अंकुश निश्चित ही तेरा निज तन-मन होगा खुश संचित – संपत्ति रख सदा पावन –
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Read Moreहिंदी फीचर फिल्म – शूद्र अ लव स्टोरी में मेरी छोटी सी भूमिका पूर्ण हो चुकी थी | दोपहर को
Read Moreहिंदी भाषा प्यारी है, महिमा इसकी न्यारी है || सुर-तालों से सजी हुई, रस-छंदों से मंझी हुई || भारत भू
Read Moreकुछ पल गुजारे थे तुम्हारी जुल्फों के साये में उन पलों को भूल नहीं सकता मैं दिन-रात मगन रहता देख
Read Moreचलना मुझको आया नहीं चलना सिखा दिया इस जमाने ने… कहना मुझको आया नहीं कहना सिखा दिया इस जमाने ने…
Read Moreचार दिन की चाँदनी फिर अंधेरी रात है तेरी न यहाँ कोई बात है भरी जवानी में काहे इतरावे रूप
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