ग़ज़ल -बेख़ुदी में आपको क्या क्या समझ बैठे थे हम
गुल ,सितारा ,चाँद का टुकड़ा समझ बैठे थे हम बेख़ुदी में आपको क्या क्या समझ बैठे थे हम ।। यहभी
Read Moreगुल ,सितारा ,चाँद का टुकड़ा समझ बैठे थे हम बेख़ुदी में आपको क्या क्या समझ बैठे थे हम ।। यहभी
Read Moreफासले बेकरार करते हैं । और हम इतंजार करते हैं ।। इक तबस्सुम को लोग जाने क्यूँ ।
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