टूटे न हमारा राब्ता
टूटे न हमारा राब्ता, रिश्तों की परवाह कीजिए। मंजिल मिल ही जायेगी,रास्तों की परवाह कीजिए। इस मुश्किल घडी में,दवा भी
Read Moreटूटे न हमारा राब्ता, रिश्तों की परवाह कीजिए। मंजिल मिल ही जायेगी,रास्तों की परवाह कीजिए। इस मुश्किल घडी में,दवा भी
Read Moreगुलाल की फुहार, भली लगे होली में। बसंत की बहार ,भली लगे होली में। जीजा की ठिठोली छू ले दिल
Read Moreकही प्यासी धरती रोती, कही समंदर रोता है। कोई बना देवता, कही राह का पत्थर रोता है। आज भी सूनी
Read Moreबहुत खूबसूरत है वो,कह नहीं पाउँगा। जिंदगी की जरूरत है वो,कह नही पाउँगा। मैंनें अपने मन मंदिर में उसे सजा
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