गीतिका/ग़ज़ल पूनम पाण्डेय 30/04/2017 ग़ज़ल थोक में गर नहीं तो फुटकर दे चंद खुशियाँ मेरे मुक़द्दर दे जिस्म से अब थकान बोलती है आज खारों Read More
गीतिका/ग़ज़ल पूनम पाण्डेय 27/03/2017 ग़ज़ल जीस्त के पाँव यूँ जो ठहरते नहीं चलने से आबले ये मुकरते नहीं बेवजह साथ यूँ छोड़ तुमने दिया बिन Read More
गीतिका/ग़ज़ल पूनम पाण्डेय 03/02/2017 ग़ज़ल अदब से यूँ निभाना चल रहा है मिज़ाज अब शायराना चल रहा है समझता कौन है अब दिल की बातें Read More
गीतिका/ग़ज़ल पूनम पाण्डेय 29/10/201529/10/2015 ग़ज़ल सोचते हैं बारहा क्यूँ हम सयाने हो गए हो गए हैं हम नए रिश्ते पुराने हो गए बात क्या है Read More
गीतिका/ग़ज़ल पूनम पाण्डेय 02/09/201502/09/2015 गजल कितना है दर्दनाक ये एहसास देखिए सच्चाई जिसको समझे, है आभास देखिए सबकी दलील सुन के पशेमां है वो बडा Read More
मुक्तक/दोहा पूनम पाण्डेय 17/08/201517/08/2015 मुक्तक जहाँ देना ज़रूरी है वहीं अक्सर नहीं देता कहीं कारूं ख़ज़ाना है कहीं तिल भर नहीं देता तेरी रहमत खुदा Read More
गीतिका/ग़ज़ल पूनम पाण्डेय 14/08/201513/08/2015 गजल सब बीजों में पेड़ों के आसार लिखो झरनों पर भी सागर सा विस्तार लिखो सारी खुशहाली है दौलतमंदों की मुफ़लिस Read More
गीतिका/ग़ज़ल पूनम पाण्डेय 13/08/2015 गजल सोचना क्या है किसकी रज़ा चाहिए आगे बढ़ने को बस हौसला चाहिए साफ़ कपड़ों का होना तो लाज़िम ही है Read More