कविता प्रभजोत कौर 19/11/2019 रजा तेरी मुझे तो इश्क करना है तुझसे तू चाहे तो दगा दे जाए। सच बोलना फितरत है मेरी फिर चाहे जां Read More
कविता प्रभजोत कौर 17/11/2019 तुम साथ नही होते जब दिल आहें भरता है तुम साथ नही होते। जब आहें तुझे देती हैं सदा तुम साथ नहीं होते। यूं Read More