पर्दा
” अरे अरे ….रुको ! कहाँ जा रहे हो ? जानते नहीं अब घर में नइकी बहुरिया भी आ गई
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग -48 ) सुबह गोपाल की नींद खुली । उसने अपने आसपास का जायजा लिया ।
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग – 47 ) रात भर रहनेवाली चहल पहल अब कम हो गई थी । रात
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग 46 ) मास्टर की बात सुनकर गोपाल का मन मयूर ख़ुशी से झूम उठा ।
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग -45 ) गोपाल की बात से सहमति जताते हुए मास्टर ने कहा ,” बात तो
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग -44 ) परबतिया अभी ढंग से दालान पार भी नहीं कर पाई थी कि उसी
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग -43 ) मास्टर को गमगीन अवस्था में बैठे देखकर गोपाल भी अधीर हो उठा था
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग – 42 ) ” गोपाल बेटा ! साधना मेरी इकलौती संतान है । मेरे लिए
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग – 41 ) ” बेटी ! आज तुम्हारे माँ की बहुत याद आ रही है
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग – 40 ) साधना की आवाज से गोपाल चौंका अवश्य था लेकिन अगले ही पल
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