इंसानियत की देवी
मुनिया अपनी प्रथम प्रसवपीड़ा झेल पाने में असमर्थ अस्पताल के फर्श पर दोहरी हो गयी थी । रघु अपनी पत्नी
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Read Moreबिरजू और परी को बंगले के अंदर जाते हुए नंदिनी कुछ देर खड़ी देखती रही । मुनीर के दिमाग में
Read Moreअमर औसत कद काठी का आकर्षक नवयुवक था । एक निजी कंपनी में जूनियर एग्जीक्यूटिव के पद पर तैनात था
Read Moreउस घर से आये दिन सास बहू के जोर जोर से झगड़ने की आवाजें आती थी । बहू अपनी मां
Read Moreनेता अवनी प्रसाद प्रचंड मतों से लोकसभा के लिए चुने गए थे । मंत्री बना दिये गए । जीत की
Read Moreएम्बुलेंस सायरन की तेज आवाज के साथ एक मोड़ लेकर मुख्य सड़क पर दाखिल हुई । एम्बुलेंस में वेंटिलेटर पर
Read Moreपांडुरंग की शहर में सड़क के किनारे ही एक छोटी सी गन्ने का रस बेचने की दुकान थी । दो
Read Moreमुनीर के इतना कहते ही परी ने खुलकर अपनी नाराजगी का इजहार किया और मुंह फुलाकर बिसूरते हुए बोली ”
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