कविता राखी शर्मा 23/08/201522/08/2015 बदलाव तुझसे इश्क़ के बाद परिभाषा ही बदल गयी है इश्क़ की मेरे ज़हन में जबसे तुझे इश्क़ किया है मैंने इस कदर बेजार होकर Read More
कविता राखी शर्मा 22/08/2015 एक बात जिस्म को छु के तो कोई भी प्यार जता लेता है कोई रूह से प्यार जताए तो क्या बात है Read More