मुक्तक/दोहा रामचन्द्र ममगाँई पंकज 29/01/2019 कुम्भ पर दोहे सुधा गिरा जब कुम्भ से, माया पुरी प्रयाग। उज्जैन नासिक तब से, है पावन भू भाग ॥ सागर से निकला Read More