गीतिका/ग़ज़ल रिंकू रेणु वर्मा 14/03/2015 ग़ज़ल कातिलों को वफा में रक्खा है क्यों दिये को हवा में रक्खा है जिनके हाथों में प्यासा खंजर है हमने Read More