वात्सल्य
एक चपत लगाकर तुम्हारे गालों पर किया शांत अपने क्रोध का लुढ़कते आंसू तुम्हारी ह्रदय को चीरता मेरा पश्चताप कुछ
Read Moreएक शख्स घुस खाता हैं। बदनाम हैं। सौ पचास रूपये से ही संतुष्ट रहता हैं। दुसरा शख्स दफ़तर में नया-नया
Read Moreचोका ***** नहीं भूली हूँ तुम्हारा एहसास हृदय में ही सदा अंकित रहे जबकि तुम ! दो पाटो में ही
Read More1) पवित्र मन निष्कपट है भाव वाल्य अवस्था 2) उड़ता फिरे बालपन बहुत चंचल बन 3) न कोई चिंता बालपन
Read Moreसबिया कितनी बदल गई थी. मुझे स्पस्ट याद हैं मैं पुरे पांच साल बाद गाँव लौटी हूँ. गाँव का स्वच्छ
Read Moreईश्वर की अमूल्य कृति हैं बेटियाँ जो सींचती हैं हर-एक घर को अपने स्नेहसिक्त आँचल से बेटियां जिस घर में
Read Moreमहिला बहुत देर से आफिसर के सामने गिडगिडा रही थी – “सर कैसे भी करके मेरे पति को बचा लीजिये.
Read Moreउसकी आँखों में फिर मैंने देखा दर्द का वो बादल जो उमड़ रहा था बाहर निकलने को बारिश की बुंदों
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