बाल कविता – भारत को साफ़ रखेंगे
पूर्वजों ने स्वतंत्र भारत दिया और हमने क्या हाल कर दिया आज ख़ुद से अब वादा कर लिया जूझने का
Read Moreपूर्वजों ने स्वतंत्र भारत दिया और हमने क्या हाल कर दिया आज ख़ुद से अब वादा कर लिया जूझने का
Read Moreआँखों में सँभालता हूँ पानी आया है प्यार शायद ख़ुशबू कैसी, झोंका हवा का घर में बार बार शायद रात
Read Moreएक दिन मेरे दोस्त को, मैं लगा गुमसुम बोला वो, क्या सोच रहे हो तुम बातें बहुत सी हैं सोच
Read Moreइंसानियत से प्यार जब दीन-ओ-जान हो जाएगा मुज़्तरिब हाल में हाथ थामना ईमान हो जाएगा रस्म है, ज़िंदगी करवटें बदलती
Read Moreमैंने तो सिर्फ आपसे प्यार करना चाहा था ख़ाहिश-ए-ख़लीक़ इज़हार करना चाहा था धुएँ सी उड़ा दी आरज़ू पल में
Read Moreसब्र आ जाए इस उम्मीद में ठहर गया कोई पास होकर भी कैसे बेख़बर गुज़र गया कोई नज़र कहाँ वो
Read Moreमचलती तमन्नाओं ने आज़माया भी होगा बदलती रुत में ये अक्स शरमाया भी होगा पलट के मिलेंगे अब भी रूठ
Read Moreपाने की चाह में खोने का डर सताता है बिना कुछ पाए ही दिल सहम जाता है फ़ितरत१ में जुड़ा
Read Moreइश्क़ किया तो फिर न रख इतना नाज़ुक दिल माशूक़१ से मिलना नहीं आसाँ, ये राहे-मुस्तक़िल२ तैयार मुसीबत को, न
Read Moreनाराज़ हैं मेहरबाँ मेरे अब आ भी जाओ, कि अंजुमन को तेरी दरक़ार है ढूँढता रहा न मिला कोई तेरे
Read More