पिता का संघर्ष
वो टूटता भी है कई भावों में बड़ा होना अधिकार था घर में घर का भी अधिकार बड़ा था उस
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Read Moreसागर की लहरों पर कदम बिछाकर आये थे हम यूँ गाँव से एक दिन शहर को आये थे बहुत छोटी
Read Moreआश्वासन दे सके वो अल्फाज कहाँ से लाऊँ लिखने से भला क्या होगा उस माँ की दो बेटियाँ कहाँ से
Read Moreआधुनिक युग में नदियाँ भी आ गयी हैं सीमाओं की चपेट में जरुरतमन्दों ने क्यूँ कर रोक दिया है प्रवाह
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