ग़ज़ल
तेरी तस्वीर से बात की रातभर, खुद में खोई रही खुद से हो बेख़बर। मैं रहूँ न रहूँ , तुम
Read Moreप्रणय की ये वेदना किसको बताऊँ मौन संवेदना कैसे दिखाऊँ तुम्ही तुम हो निगाहो में मेरे बस हाल दिल का
Read Moreतुझे खोजूं कहां ओ मेरी मातरम भूल सकती न मैं, तुझको सौ-सौ जनम मेरा जीवन है सूना तुम्हारे बिना दुख
Read More