ऐसे क्यों हो तुम
ऐसे क्यों हो तुम ?? क्यों मुझे इतना सताते हो , मुझे पास बुलाते हो हरदम, खुद दूर चले
Read Moreऐसे क्यों हो तुम ?? क्यों मुझे इतना सताते हो , मुझे पास बुलाते हो हरदम, खुद दूर चले
Read Moreयह प्यार नहीं तो क्या है तू जो नहीं दिखती, दिल मेरा होता बेचैन, यह प्रेम नहीं तो क्या
Read Moreबस यही है दोस्ती ” दीपा, सुन तो”। ” हाँ, बोल श्रुति, क्या हुआ”? ” कल मैंने तुमको सायरा के
Read Moreमेरी प्रेरणा ” अब हम प्रकाश को इनकी बहादुरी और शांति कायम रखने के लिए “अशोक चक्र ” से सम्मानित
Read Moreपुराने समय की बात है, मेवाड़ के नगर सेठ का पुत्र “नीर ” बहुत सुंदर साहसी और कार्य में कुशल
Read Moreबेटी पर एक कविता माँ मैं तेरी चिड़िया हूँ प्यारी, ऐसा तुम कहती रहती हरदम, तुम सोच सोच कर
Read More