आँखों में आँखें डालकर !!!
वक़्त के पास इन दिनों मुश्किलों की लंबी कतार है … नित नये संक्रमणों के साथ, आँधी-पानी और तूफ़ान भी
Read Moreवक़्त के पास इन दिनों मुश्किलों की लंबी कतार है … नित नये संक्रमणों के साथ, आँधी-पानी और तूफ़ान भी
Read Moreबड़ी बरक़त देखी मैंने माँ की दुआओं में मुड़-मुड़ कर पलटती रहीं जब भी मुश्किलें माँ अपनी हथेली मेरे सर
Read Moreतसल्ली भरे शब्दों के चेहरों पर मातम सा छाया देख दुआओं की पगडंडियों पर साथ चल रही उम्मीद कहती है
Read Moreआँसू बहाये, पाँव भी पटके बड़ी देर तक ठुनकती भी रहीं पर मुझसे दूर न हुईं इनको भुलाने की फ़नकारी
Read Moreउम्मीदों के माथे पे कभी काला टीका भी लगा देना बड़ा बेरोक-टोक ये इसकी उसकी आँखों में उतर जाती हैं
Read Moreये हौसला है न इसको मैंने नजरें उठाकर देखा भी नहीं, पर जितनी बार टूटती हूँ मैं उतनी बार इसे
Read Moreआंकलन तेरा, तेरे बग़ैर तेरा जब भी किया सारी कमियों को, नजरअंदाज मन ने कर दिया बिना मेरे कहे ही
Read Moreमन की नदी में तर्पण किया है पापा भावनाओं से, भीगा सा मन लिए … इस पितृपक्ष फिर बैठी हूँ
Read Moreशब्दों को साधना जानती है वो, किस शब्द को कब कहाँ जगह देनी है बख़ूबी पता भी है.. कठोर से
Read Moreसब की बोलती बंद है इन दिनों, वक़्त बोल रहा है .. बड़ी ही ख़ामोशी से कोई बहस नहीं, ना
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