गीतिका/ग़ज़ल शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 16/11/2022 ग़ज़ल न सोच पत्थर चलाने के काम आता है।। आईना चेहरा दिखाने के काम आता है भूलता ही नहीं हजार कोशिशें Read More
कविता शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 28/05/202103/06/2021 गंगा सगर सुवन जन तारन हित सुर सरिता बनि अवनी पर आई।। जलज चरण नख हरि के धोवत चतुरानन अति मन Read More
गीत/नवगीत शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 20/03/2021 सुदामा त्रिभुवनपति के दृगन में जल छा गया है। क्या कहा ! मेरा सुदामा आ गया है।। अवन्तिका उज्जयिनी शिप्रा महाकालेश्वर Read More
गीतिका/ग़ज़ल शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 19/02/2021 ग़ज़ल शुकून-ए-दिल जरा नहीं मिलता, अब उनका आसरा नहीं मिलता।। बस वही हर तरफ नजर आता, इश्क में दूसरा नहीं मिलता।। Read More
कुण्डली/छंद शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 12/01/202112/01/2021 हिंदी संस्कृत प्राकृत से पाली स्वरूप धरि अब देवनागरी कहावति है हिंदी। छत्तीस रागिनियों के बारह सुर गाइ गाइ चारि मिश्रित Read More
कविता शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 10/01/2021 स्वतंत्रता नभ धरातल रसातल में ढूंढ़ता। कहां हो मेरी प्रिये स्वतंत्रता।। सृष्टि से पहले भी सृष्टि रही होगी, तभी तो ये Read More
गीतिका/ग़ज़ल शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 05/11/2020 ग़ज़ल सितम जब वो मेरे सह गयी बात सीधे जिगर तक गयी।। दूसरों से गिला कुछ नहीं, मुझको अपनी नज़र लग Read More
गीतिका/ग़ज़ल शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 06/10/2020 ग़ज़ल रूठ कर ऐसे न जाना चाहिए। कुछ वफा भी याद आना चाहिए।। दोस्तों की दोस्ती तो देख ली, दुश्मनों को Read More
गीतिका/ग़ज़ल शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 16/09/2020 ग़ज़ल फिज़ा है फूल है रवानी है। तेरे बगैर सब बेइमानी है।। पसीना जिस्म से सूखा ही कब, क्या बुढ़ापा और Read More
गीतिका/ग़ज़ल शेषमणि शर्मा 'इलाहाबादी' 16/09/2020 ग़ज़ल वो जो कुछ लोग राजदार रहे। काम जब भी पड़ा फरार रहे।। एक लम्हा खुशी का आया तो, जिंदगीभर के Read More