गीतिका
नारी को यूँ ही मत जान नारी है इस जग की शान | कितने ही नारी के रूप महिमा इसकी
Read Moreकैसा ये आलम छाया है ज़र्रा ज़र्रा महकाया है | खिली हुई कलियाँ सारी मधु गीत फिजा ने गाया है
Read Moreछोटा सा है अपना जीवन, हँसते हँसते इसे बिता लो, जो भी तुमको ये देता है , हँसी ख़ुशी वो
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