रूठे हुए हैं क्यों
ख्वाबों के सारे रंग वो झूठे हुए हैं क्यों शय सारे मेरे नाम से रूठे हुए हैं क्यों क्यों बहारें
Read Moreख्वाबों के सारे रंग वो झूठे हुए हैं क्यों शय सारे मेरे नाम से रूठे हुए हैं क्यों क्यों बहारें
Read Moreआस न भूलो कभी अरमान न भूलो कभी सबका दाता एक है भगवान न भूलो कभी जीवन में आएं हैं
Read Moreयुद्ध की हुंकार थी , ललकार की वाणी थी वो सिर्फ झांसी की न पूरे हिंद की रानी थी वो
Read Moreप्रेम करूणा दया और सद्भाव नहीं भूलूंगा कुछ भी हो इंसानियत का भाव नहीं भूलूंगा हमने बुजुर्गों को अपने
Read Moreजो चाहा पूरे मन से था वो पूरा हो नहीं पाया खिला था फूल आसों का पल भर में ही
Read Moreभारत में भक्ति भाव के आयाम जीत गए वनवास हुआ खत्म और श्रीराम जीत गए वर्षों चली जद्दोजहद हक को
Read Moreमुश्किल जो थी राहें उसे आसां मुकाम कर खुशियां जमाने भर की उसने मेरे नाम कर वीरान से जीवन में
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